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Thyroid: क्या होता है थायराइड, जानिए इसके लक्षण, कारण, प्रकार और उपचार।
What is thyroid, know its symptoms, causes, types and treatment.
थायराइड क्या होता है (What is thyroid)
थाइरॉयड की बीमारी को ही हाइपोथायरॉइडिज़म के नाम से भी जाना जाता है। थायरॉइड की बीमारी एक बड़ी जनसंख्या को अपनी चपेट में ले चुकी है। 10 में से 1 व्यक्ति थायराइड से पीड़ित होता है। आजकल कई लोग थायराइड की बीमारी से पीड़ित है। थायराइड से लोगों का वजन बढ़ने के साथ हार्मोन असंतुलन भी हो जाते है। एक रिपोर्ट से मिली जानकारी के मुताबिक, पुरुषों की तुलना में महिलाओं में थायराइड दस गुना ज्यादा होता है। इसका मुख्य कारण है महिलाओं में ऑटोम्यून्यून की समस्या ज्यादा होती है। हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक भी थायराइड हार्मोन शरीर के अंगों के सामान्य कामकाज के लिए जरूरी होता है। मानव शरीर में थायराइड ग्रंथि तितली के आकार की होती है, जो गले के सामने वाले हिस्से पर स्थिति होती है, जो खून में हार्मोन का निर्माण, स्टोर एवं निकालती करती है ताकि वह हार्मोन शरीर की कोशिकाओं तक पहुंच जा सके। लेकिन जब यह ग्रंथि अपने इस काम को सही से नहीं कर पाती है, तो उस स्थिति को थायराइट की बीमारी कहा जाता है। इसके बावजूद यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि अभी भी भारत में अधिकांश लोगों को इसकी पूर्ण जानकारी नहीं है। इसी कारण लोग आसानी से इसके शिकार बन जाते है।
थायराइड 4 प्रकार का होता है (There are 4 types of Thyroid)
हाइपोथायरायडिज्म थायराइड (Hypothyroidism thyroid): हाइपोथायरायडिज्म थायराइड, थायराइट ग्रंथि में थायराइड हॉर्मोन की कमी के कारण होता है। यह मुख्य रूप से छोटे बच्चों को होता है, तथा इसका इलाज दवाईयों के माध्यम से ही हो जाता है।
हाइपरथाइरॉयडिज़्म थायराइड(Hyperthyroidism thyroid): हाइपरथाइरॉयडिज़्म थायराइड, थायराइड ग्रंथि में अतिरिक्त टिशू के निर्माण होने के कारण होता है। यह थायराइड हार्मोन की अधिकता के कारण होता है।
गोइटर थायराइड(Goiter thyroid): गोइटर थायराइड को आम भाषा में घेंघा रोग कहा जाता है, जो मुख्य रूप से शरीर में आयोडीन की कमी के कारण होता है। गोइटर थायराइड से पीड़ित व्यक्ति को डॉक्टर आयोडीन की दवाई देते है, जिसकी वजह से उनमे आयोडीन की मात्रा सामान्य हो जाती है।
थायराइड कैंसर(thyroid cancer): यह थायराइड का सबसे गंभीर और अंतिम प्रकार है। थायराइड कैंसर उस स्थिति में होता है, जब थायराइड ग्रंथि गांठ बन जाती है। इसका इलाज केवल सर्जरी के माध्यम से ही संभव है।
थायराइड के लक्षण (Symptoms of thyroid)
वजन का बढ़ना या कम होना (Weight gain or loss): थायराइड का प्रमुख लक्षण है, व्यक्ति के शरीर का वजन बढ़ना या कम होना। इस गले की बीमारी में कुछ लोगों का वजन बढ़ जाता है तो वहीं कुछ लोगों का वजन कम हो जाता है।
गले में सूजन का होना (Sore Throat): अपने देखा होगा कि थायराइड होने पर कुछ लोगों के गले में सूजन हो जाती है। ऐसा मुख्य रूप से जब होता है जब रोगी को गोइटर थायराइड या घेंघा रोग होता है इस स्थिति में रोगी को मेडिकल सहायता की जरूरत पड़ती है।
ह्रदय गति में बदलाव होना (Change in heart rate): यदि किसी व्यक्ति के ह्रदय गति में बदलाव होता है ह्रदय गति सामान्य से तेज़ चलने लगती है, तो उसे इसकी जांच जरूर करानी चाहिए। ह्रदय गति में बदलाव थायराइड के होने का संकेत हो सकता है।
मूड स्विंग का होना (Mood swings): थायराइड का एक अन्य लक्षण मूड स्विंग भी होता है। थायराइड में ऐसा देखा गया है कि इससे पीड़ित लोग कभी बहुत खुश तो कभी बहुत दुखी हो जाते है।
बालों का झड़ना (Hair fall): बालों के झड़ने के वैसे तो बहुत सारे कारण है। परन्तु थायराइड होने पर भी महिलाओं के बाल बहुत तेज़ी से झड़ने लगते है। हालांकि, बाद में इनका इलाज हेयर ट्रांस्पलांट के द्वारा किया जा सकता है।
थायराइड के कारण (Causes of Thyroid)
शरीर में आयोडीन की कमी का होना (Iodine deficiency in the body): थायराइड की समस्या मुख्य रूप से शरीर में आयोडीन की कमी के कारण होती है। इस लिए सभी लोगों को अपने भोजन में ऐसे नमक का सेवन करना चाहिए, जो आयोडीन से भरपूर हो।
बच्चे को जन्म देना (Give birth to a baby): कई बार थायराइड की शिकायत उन महिलाओं को भी हो जाती है। जिन्होंने हाल ही में बच्चे को जन्म दिया हो।हालांकि, यह समस्या कुछ समय के बाद अपने आप ही ठीक हो जाती है, लेकिन यदि थायराइड लंबे समय तक रहता है, तो उस स्थिति में उस महिला को अपना सही से इलाज कराना चाहिए।
अत्याधिक तनाव लेना (Take too much stress): थायराइड की शिकायत उन लोगों में होने की संभावना अधिक रहती है, जो अत्याधिक तनाव लेते है।
इसी कारण सभी लोगों को तनाव मुक्त रहने की कोशिश करनी चाहिए।
उच्च रक्तचाप का होना (Hypertension): जिन लोगों को उच्च रक्तचाप या हाई ब्लड प्रेशर की समस्या होती है, तो उन लोगों को थायराइड होने की संभावना अधिक रहती है। ऐसे व्यक्ति को अपने रक्तचाप का इलाज सही तरीके से कराना चाहिए ताकि उसे स्वास्थ संबंधी अन्य समस्या न हो।
डायबिटीज का होना (Diabetes): थायराइड अक्सर उन लोगों होता है जिनको डायबिटीज की शिकायत होती है इस लिए डायबिटीज से पीड़ित व्यक्ति को अपने डायबिटीज को नियंत्रित करने की कोशिश करनी चाहिए।
थायराइड का इलाज कैसे करें (How to treat Thyroid)
यह सवाल हर उस व्यक्ति के लिए मायने रखता है, जो थायराइड की बीमारी से पीड़ित होता है। थायराइड के रोगियों को बहुत सारी परेशानियों का सामना करना पड़ता है इस लिए थायराइड के रोगी हर समय इससे निजात पाने की कोशिश करते रहते है। अगर आप भी इस बीमारी से पीड़ित है तो इन 5 तरीकों से थायराइड का इलाज कराये।
दवाई लेना (Taking medicine): थायराइड का इलाज करने का सबसे आसान तरीका दवाई लेना है। ये दवाईयां थायराइड को नियंत्रित रखने अथवा उसे जड़ से खत्म करने में सहायक होती है।
गले की जांच करना (Throat check): थायराइड गले की एक बीमारी है इसलिए डॉक्टर थायराइड का इलाज करने के लिए गले की जांच करते है। वो इससे ये पता लगाने की कोशिश करते है कि शरीर में थायराइड किस स्तर तक बढ़ गया है।
ब्लड टेस्ट कराना (To have a blood test): थायराइड की बीमारी का इलाज ब्लड टेस्ट के द्वारा भी किया जाता है। इस टेस्ट के माध्यम से डॉक्टर थायराइड की गति को कम करने की कोशिश की जाती है।
आयुर्वेदिक इलाज कराना (Undergoing Ayurvedic treatment): आयुर्वेदिक चिकित्सा का एक महत्वपूर्ण हिस्सा है। यह आम तौर पर विशिष्ट आयुर्वेदिक जड़ी बूटियों से तैयार तेल से शरीर की मालिश पर जोर देता है। साथ ही शिरोधरा, यह एक उत्कृष्ट आयुर्वेदिक चिकित्सा है जो तंत्रिका तंत्र पर गहरा प्रभाव डालती है। इसमें तरल अधिकतर, गर्म तेल की एक पतली धारा को माथे पर एक सतत धारा में डाला जाता है। इस क्षेत्र में तंत्रिकाएं अत्यधिक केंद्रित होती है।
सर्जरी को कराना (Undergo surgery): थायराइड की बीमारी में जब किसी अन्य तरीके से आराम नहीं मिलता है, तब डॉक्टर सर्जरी का सहारा लेते है। ऐसी स्थिति में थयरॉइडेक्टोमी सर्जरी के माध्यम से थायराइड का इलाज किया जाता है। इस सर्जरी में थायराइड ग्रंथि को सर्जिकल तरीके से निकाला जाता है।
थयरॉइडेक्टमी सर्जरी की कीमत क्या है? (What is the cost of thyroidectomy surgery)
जैसा कि हम पहले ही बता चुके है कि थायराइड के इलाज का सर्वोत्तम तरीका थयरॉइडेक्टमी सर्जरी है। जब कोई डॉक्टर किसी थायराइड रोगी को इस सर्जरी को कराने की सलाह देते है, तो सबसे पहले उनके मन में यह सवाल आता है कि थयरॉइडेक्टोमी सर्जरी की कीमत क्या है। उसके लिए इस सवाल का उत्तर काफी मायने रखता है क्योंकि इसका असर उसकी आर्थिक स्थिरता पर पड़ता है। अधिकांश लोग इसे एक महंगी प्रक्रिया समझते है जिसके कारण वो इसे नहीं करा पाते। लेकिन यदि उन्हें यह पता हो कि यह एक किफायती प्रक्रिया है, जिसकी औसतन लागत मात्र 80 हजार से 1 लाख होती है तो वो ये सर्जरी करा कर इस गले की बीमारी से निजात पा सकते है।
थायराइड का इलाज क्यों है जरूरी (Why is thyroid treatment necessary)
अगर वक्त रहते हाइपोथायरॉइडिज़म का इलाज ना कराया जाए तो कई बार यह बीमारी व्यक्ति को कोमा की स्थिति में ले जाती है या मृत्यु का कारण भी बन सकती है। वहीं अगर सही समय पर थायराइड से जूझ रहे बच्चों का इलाज ना कराया जाए तो इनमें घातक मानसिक विकार उत्पन्न हो सकते है। जानकारी के अनुसार, इस बीमारी से जूझ रहे ज्यादातर लोगों की मृत्यु हार्ट फेल्यॉर के कारण होती है।
थायराइड हार्मोन कैसे काम करते है (How do thyroid hormones work)
थायराइड हार्मोन पेट में पाचक रस के बनने की गति को बढ़ाते है। थायराइड हार्मोन, ऊतकों के बढ़ने में मदद करते है। शरीर के तापमान को बनाए रखने के लिए ऊर्जा पैदा करते है। वे खून से खराब कोलेस्ट्रॉल की अधिक मात्रा को निकालने में लीवर की मदद करते है। खराब कोलेस्ट्रॉल पित्त से मिलकर मल-मूत्र के रूप में बाहर निकलता है। थायराइड हार्मोन की कमी से शरीर में खराब कोलेस्टराल बढ़ता है जिससे अच्छा कोलेस्टराल घटता है। साथ ही थायराइड हार्मोन अधिक होने से दस्त और कम होने से कब्ज़ हो सकता है। क्योंकि ये हार्मोन मेटाबोलिज़म को नियंत्रण में रखता है।
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