Jeevan Care Ayurveda
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Diabetes एक ऐसी बीमारी है जो इंसान के शुगर लेवेल बढ़ जाने से होती है। इसे हम शुगर की बीमारी भी कहते है। खून मे ग्लूकोज हमारी ऊर्जा शक्ति का एक साधन है। यह तब आता है जब हम कुछ खाते है जैसे खाना। इंसुलिन एक हार्मोन की तरह होता है जो अग्न्याशय से बनता है।इंसुलिन खाने से प्राप्त ग्लूकोज को हमारी कोशिकाओ मे ऊर्जा पहुचा सके इसलिए काम आता है। समय के साथ शरीर के खून मे ग्लूकोज की मात्रा ज्यादा हो जाने से Diabetes की बीमारी हो जाती है। हालाकी Diabetes का इलाज नही है क्यूकी ये हमारे खाने के कारण से बढ़ सकता है। Diabetes का Ayurvedic और Gharelu way से इलाज किया जा सकता है।BP Control मे रहना इंसान के लिए बहुत जरूरी होता है। आमतोर पर BP का लेवेल 120 से ज्यादा और 80 90 से कम नही होना चाइए। BP को ayurvedic और gharelu उपचार से सही रखा जा सकता है इससे BP जैसी बीमारी की परेशानी को कम करने, हमारी पाचन और खाना पचाने मे भी मदद करता है। साथ ही साथ BP के बढ़ जाने से सूजन का आना। इन सभी बीमारियो को सही करने मे ayurvedic and gharelu way है।
Diabetesक्या है?
Diabetes एक पुरानी बीमारी है जो तब होती है जब अग्न्याशय मे इंसुलिन बनना बंद हो जाता है या फिर शरीर इंसुलिन को सही से काम मे नहीं ले पाता है। इंसुलिन एक हार्मोन होता है जो अग्न्याशय से निकलता है। यह हमारे खाए जाने वाले खाने से ग्लूकोज को शरीर की कोशिकाओं में ऊर्जा को बहाता है ग्लूकोज कुंजी की तरह काम करता है। खून में सभी कार्बोहाइड्रेट ग्लूकोज में टूट जाते हैं। इंसुलिन ग्लूकोज को कोशिकाओं तक भेजने मे मदद करता है।
BP (Blood Pressure) क्या है?
BP शरीर की धमनियो की दीवारों के विपरीत खून का दबाव है। जो शरीर की नलियो मे गुजरता रहता है। जैसे किसी टायर मे हवा या किसी पानी की नली मे पानी। अगर खून धमनियो मे एक जगह भर जाता है तो खून का दबाव बदने लगता है। जिससे हमे दिल के बीमारी या स्ट्रोक आने की बीमारी का खतरा रहता है। एक इंसान के शरीर मे BP का लेवेल 120 से ज्यादा और 80 90 से कम नही होना चाइए।
Diabetes से होने वाले स्वास्थ्य समस्याएं:
Diabetes खुद एक बीमारी नही होती ये आपने साथ बहुत सी स्वास्थ्य समस्याएं भी लेकर आती है। जैसे:
Top 10 Ayurvedic and Gharelu way से Diabetes को कंट्रोल किया जा सकता है:
कुछ Ayurvedic and Gharelu way है जिनका उपयोग करके Diabetes को रोका जा सकता है और एक स्वस्थ ज़िंदगी जीना का मजा लिया जा सकता है। चलिये जानते है वह कोनसी Ayurvedic और Gharelu चिजे है जिनका उपयोग हम Diabetes के लिए कर सकते है।
1. तुसली के पत्ते: शुगर के लेवेल को कम करने और diabetes की बीमारी को रोकने के लिए दिन मे कम से कम दो या तीन तुलसी की पत्तिया को खाना चाइए या इसका रस बना कर एक चम्मच खाली पेट पीना चाइए। क्यूकी तुलसी के पत्तो को पवित्र माना जाता है इसमे एंटिऑक्सीडेंट और इसमे जरूरी तेल भरे होते है। माना जाता है की तुलसी के पत्तों से यूजेनॉल, मिथाइल यूजेनॉल और कैरोफाइलीन को बनाया जाता है। इसमे से निकलने वाले एंटिऑक्सीडेंट ऑक्सीडेटिव के तनाव को कम करती है।
2. फलेक्स सिड्स: फलेक्स सिड्स को पीसकर पाउडर बना कर हर सुबह खाली पेट एक गिलास गर्म पानी के साथ एक चम्मच पीने से Diabetes को कम करने मे मदद मिलेगी। इससे 28% तक शुगर कम हो सकता है। इसका उपयोग ज्यादा भी नही करना चाइए यह स्वास्थ्य के लिए भी हानिकारक हो सकता है। फाइबर वाली खाने की चीज़ों मे पाचन, वसा व शुगर को कम करने मे क्षमता होती है।
3. बिलबेरी की पत्तिया: रोजाना सुबह खाली पेट बिलबेरी की पत्तियों की पीसकर उनका रस निकाल कर 100 मिलीग्राम पीने से diabetes को कम किया जा सकता है। Diabetes को कंट्रोल मे रखने के लिए कई सालो पहले Ayurvedic इलाज मे बिलबेरी के पत्तियों को काम मे लिया जाता था, और आज भी लिया जा रहा है। बिलबेरी की पत्तियों मे एथोसाइनिडीन ज्यादा होती है। जो वसा के पचाने मे काम आने वाले प्रोटीन को गतिविधियो को बढाती है।
4. दालचीनी: 1 ग्राम चम्मच को रोजाना अपने खाने मे शामिल करे यह खून मे शुगर के लेवेल को कम करने मे मदद मिलती है। दालचीनी शुगर मरीज के लिए बहुत उपयोगी चीज़ है।
5. ग्रीन टी: 2-3 मिनट तक गरम पानी मे ग्रीन टी की पत्तियों को डाले। ग्रीन टी को खाने से पहले पहले या हर सुबह एक कप पीना चाइए। ग्रीन टी साधारण चाय के पत्तियों से अलग होती है। इसमे एंटीऑक्सीडेंट और हाइपो-ग्लाइसेमिक होता है, ये शरीर को इंसुलिन का सही से उपयोग कर सके उसमे मदद करता है।
6. ड्रमस्टिक के पत्ते: Ayurvedic व Gharelu way मे ड्रमस्टिक के पत्ते को एक उपचार के रूप मे काम मे लिया जाता है। ड्रमस्टिक के पत्ते को पीसकर इसका रस को एक चोथाई कप को रोजाना सुबह खाली पेट पीने से शुगर के लेवेल को कंट्रोल किया जा सकता है। इन पत्तियों मे ऊर्जा बढ़ाने के समता होती है। इसे सुपर फूड कहा जाता है।
7. इसबगोल: इसबगोल भूसी के रूप मे जाना जाता है। जब इसको पानी मे डाला जाता है तो यह एक जेल जैसे हो जाती है। यह शुगर के लेवेल को तोड़ने का काम करता है। हर रोज खाने के बाद दूध या पानी के साथ उपयोग करना चाइए है। इसको काम मे लेते समय ध्यान रहना चाइए की दही को काम मे नही ले इससे कब्ज हो सकता है।
8. करेला: Ayurvedic व Gharelu way मे करेला एक दवा है। हर सप्ताह मे कम से कम एक बार सब्जी बना कर खाये। अगर आप इसके जल्दी से रिज़ल्ट चाहते है तो तीन दिन मे एक बार इसका जूस बना कर पिये। इससे आपके शुगर का लेवेल जल्दी से सही हो जाएगा। डॉक्टर भी Diabetes के मरीजो को पीने की सलाह देते है।
9. नीम की पत्तिया: diabetes के control के लिए Ayurvedic व Gharelu way मे नीम को सबसे अच्छा साधन माना है। सबसे अच्छे परिणाम हसील हो सके इसके लिए नीम के पत्तों को खाली पेट गोली बना कर रस पीने से जल्दी से Diabetes को रोकता है। भारत मे सबसे ज्यादा पाया जाना वाली ओषधियों मे गिना जाता है। कडवे पत्ते मे ओषधियों का गुण होता है।
10. जामुन: जामुन के बीज मे ग्लाइकोसाइड होता है जो स्ट्राच को शुगर मे बदलने से रोकता है। जामुन मे भी दिल के बीमारी के इलाज करने के लिए भी किया जाता है। हर सुबह खाली पेट 5 से 6 जामुन रोजाना खाने से diabetes को कंट्रोल किया जा सकता है। Ayurvedic मे जामुन के बीजो को पिसकर पाउडर बना कर पानी या दूध के साथ पीने से जल्दी diabetes को कम किया जा सकता है।
Top 10 Ayurvedic व Gharelu way से BP को control रखे:
नीचे दिये गए 10 Top Ayurvedic व Gharelu way दिये गए जिससे आप BP को घर पर ही कंट्रोल कर सकते है।
1. अश्वगंधा:- अश्वगंधा एक लोकप्रिय जड़ी बूटी है जो BP को ही कम नही करता है BP के साथ ही sath सूजन व तनाव को भी कम करने मे भी मदद करता है। अश्वगंधा मन व शरीर को मजबूत करती है।
2. त्रिफला:- BP को कंट्रोल करने के लिए Ayurvedic व Gharelu उपचार मे त्रिफला को काम मे लेने की सलाह दी गयी है। त्रिफला ज्यादा BP को कम करता है। यह खून से बहाव को भी सामान्य कर देता है। ये कोलेस्ट्रॉल को भी कम करता है।
3. जटमासी:- यह BP कंट्रोल में फायदेमंद होती है क्योंकि यह धमनियों को होने वाले नुकसान से बचाने में मदद करता है। यह धमनी के नुकसान को सही करता है और कोलेस्ट्रॉल के नुकसान को भी सही करता है।
4. अर्जुन:- ये हाइ BP को कंट्रोल करने के सबसे अच्छी जड़ी बूटी मानी जाती है। यह जड़ी बूटी लिवर मे लिप्रोटीन कोलेस्ट्रॉल को सही रखता है।
5. प्याज:- प्याज एक एंटी बैक्टीरियल का एजेंट है। इसे BP को कंट्रोल करने मे सबसे अच्छा उपचार मे से एक माना जाता है। इसमे फ्लेवोनॉल क्वेरसेटिन होता है। यह BP कंट्रोल और उसका इलाज करने के मदद करता है।
6. लहसुन:- लहसुन BP को कम करने व कोलेस्ट्रॉल के लेवेल को कम करने मे काम लिया जाता है। धमनियों मे खून के बहाव मे किसी तरह रुकावट को रोकने के लिए लहसुन बहुत काम आता है। खून पतला होता है और लगातार बहता रहता है।
7. आंवला:- आंवला को Ayurvedic व Gharelu उपचार मे BP को कम करने के लिए बहुत प्रभावी माना जाता है। एक गिलास पानी के साथ खाली पेट आवले का जूस पीने से आपको काफी लंबे समय मे कई बीमारियो से लड़ने के शक्ति मिलती है।
8. ग्रीन टी:- ग्रीन टी मे सबसे अच्छा एंटी-ऑक्सीडेंट होने के कारण इसे BP कंट्रोल करने के लिए काम मे लिया जाता है। ग्रीन टी केवल शरीर पर अच्छा असर डालती है। तनाव के लेवेल को कम करने में मदद करता है, BP और हाइ BP को कम करने का अच्छा साधन हैं।
9. नींबू:- नींबू शरीर मे हाइ BP को कम करने मे सबसे अच्छा फल माना गया है क्यूकी खून के नलियो को नर्म करने के लिए इसका सेवन करना मदद करता है।
10. शहद:- यह हाइ BP सहित विभिन्न प्रकार की स्वास्थ्य समस्याओं के लिए सबसे अच्छा हर्बल उपचार में से एक माना जाता है। Ayurvedic व Gharelu मे इस को फायदेमंद माना जाता है।
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Anil kumar
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